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अस्तित्व का मेल | Short Poem on Complicated life in Hindi

By Ranjan Gupta

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Short Poem on Complicated life in Hindi

Short Poem on Complicated life in Hindi: नमस्कार दोस्तों! हमारे ब्लॉग में आप सभी का स्वागत है। हम यहां रोज किसी न किसी विषय पर बेहतरीन हिंदी कविता लेकर आते रहते हैं। इस लेख में भी हम शानदार कविता को पढ़ेंगे। यहां हमने Short Poem on Complicated life विषय पर कविता लिखी है। अगर आपको पसंद आए तो आप हमें कमेंट कर जरूत बताएं। वहीं, अगर आप भी अपनी रचना भेजना चाहते हैं तो आप हमें भेज सकते हैं। आइए कविता पढ़ते हैं..

Short Poem on Complicated life in Hindi

पता नहीं ये खामोसी कब टूटेगी
आवाजें आएंगी या वक्त के साथ भूल जाएगी
मुक्त होने का कसर सिर्फ़ मैं हरगिज़ नहीं
बोल दो वरना मुफ़्त में हमारी चर्चाएं बढ़ जाएगी।

फिजूल में चर्चाएं शोभनीय नहीं
बुझती अग्नि को शीतल प्यारा नहीं
तुम्हारा इरादा क्या है, कब से है
अब ऐसे प्रश्न का कोई मतलब नहीं।

ये हमारे अस्तित्व का मेल है 
या तो सच है या खेल है
ग़र जिंदगी की सलाखें सबके लिए है 
तो उन कैदी के भी अपने-अपने जेल हैं।

रंजन गुप्ता

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Ranjan Gupta

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