Short poem for sister love in Hindi: This is basically a poem written by me after the death of my elder sister while I was just 16. We had always planned of attending family weddings together, dressing each other, her styling my hair, making fun of relatives and so much more. This poem was written was written when I attended the first function, where everything and everyone reminded me of her. Every bit of the function reminded me of her absence, the promises we made, and how they were left unfinished.
मेरी बहन, मेरी बचपन। Short poem for sister love in Hindi
हमने सालों से इस दिन का ख्वाब देखा था
फिर तू क्यों नहीं यहां?
क्यों चारों तरफ़ इतने रिश्ते होने के बाद भी
आँखें तेरी एक झलक के लिए तरसती है ?
क्यों तेरा नाम सुनते ही गला भर आता है ?
क्यों घर का हर एक कोना सिर्फ़ तेरी यादें लाता है ?
क्यों आंसू रुके नहीं रुकते ?
क्यों यहां के हवा में, यहां की बातों में,
हर जगह बस तेरा एहसास है ?
क्यों तू दिल के पास होते हुए भी हमसे इतना दूर है?
बस एक बार फिर तुझे देखना हे
बस एक बार फिर डर के तेरा हाथ थामना है
बस एक बार फिर तुझसे लड़ कर तेरे ही पास वापस आना है
बस एक बार फिर तेरी थाली से चुरा कर खाना है
बस एक बार फिर तुझे मुझे प्यार से पुकारते सुनना है
बस एक बार फिर महसूस करना है उस अपनेपन को
बस एक बार फिर तेरे साथ अपना बचपन जीना है
बस एक बार, केवल एक बार,
फिर बच्ची बने अपनी बड़ी बहन के बाहों में छूपना है।
~ऋतिका
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