॥ राम नाम की महिमा ॥ Poem On Lord Rama in Hindi
श्री राम से है मेरा,
जनम जनम का नाता ।
उठते-बैठते,खाते-पीते,
राम नाम मेरे मन में आता ॥१॥
श्री राम नाम की,
महिमा अपरंपार है ।
जो श्रीराम की शरण में आता,
होता उसका कल्याण है ॥२॥
यह दुनिया मात्र भ्रम है,
यहाँ सत्य केवल राम है ।
श्रीराम की भक्ति करो,
श्रीराम की लील अपरंपार है ॥३॥
ऋषि-मुनि सब कहें,
राम है जीवन का मूल ।
इसलिए उसको तू,
प्राणी कभी न भूल ॥४॥
-शैलेश त्रिपाठी
॥ राम जी के भक्त ॥ Hindi Poem On Lord Rama
जीवन किया आपके हवाले,
आप ही तो हैं रक्षक हमारे,
एक ही विनंती है जानेवाले,
रूप दिखाओ कमल नयनोंवाले ॥१॥
देखो फस गए बीच मँझधार में,
हे प्रभु,पकड़ लीजिए पतवार ये,
करें उजाला,मिटाये अँधियार के,
दीजिए भगवान ढेर सारा प्यार रे ॥२॥
जीवन चलता आपही के सहारे,
बजरंग हैं आपके सेवक न्यारे,
आप हैं सभी के बड़े प्यारे,
रामभक्त प्रभु हम, आपको पुकारे ॥३॥
जपते-जपते नाम ‘राम’,
संपन्न हुए सब ‘काम’,
जपूँ नाम हर दिन ‘श्याम’,
करूँ मैं यात्रा चार ‘धाम’ ॥४॥
-शैलेश त्रिपाठी
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