नापसंद मैं, दोष मेरे प्यार का | Complicated Relationship Poetry hindi

By Ranjan Gupta

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Complicated Relationship Poetry hindi 

फ़लसफ़ा ज़िन्दगी का 
तजुर्बा एहसास का 
नापसंद मैं 
दोष मेरे प्यार का 

शक्ल तेरी सूरत किसी और का 
आवाज तेरी शब्द किसी और का
होशियार तू
ठीकरा मेरे सर का

चिड़चिड़ा मै धैर्य तेरे पास का
संगीन मैं रंगीन तेरे खयालात का
चल ये सब मान लिया
पर मरहम मेरा ज़ख्म तेरे हिसाब का ।
      
 :~ रंजन गुप्ता

Thank You So Much For Reading This poem. I’m waiting for your valuable comment

Ranjan Gupta

मैं इस वेबसाइट का ऑनर हूं। कविताएं मेरे शौक का एक हिस्सा है जिसे मैनें 2019 में शुरुआत की थी। अब यह उससे काफी बढ़कर है। आपका सहयोग हमें हमेशा मजबूती देता आया है। गुजारिश है कि इसे बनाए रखे।

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