Complicated Relationship Poetry hindi |
Complicated Relationship Poetry hindi
फ़लसफ़ा ज़िन्दगी का
तजुर्बा एहसास का
नापसंद मैं
दोष मेरे प्यार का
शक्ल तेरी सूरत किसी और का
आवाज तेरी शब्द किसी और का
होशियार तू
ठीकरा मेरे सर का
चिड़चिड़ा मै धैर्य तेरे पास का
संगीन मैं रंगीन तेरे खयालात का
चल ये सब मान लिया
पर मरहम मेरा ज़ख्म तेरे हिसाब का ।
:~ रंजन गुप्ता
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