क्योंकि ये हमारे वश की नहीं | Hindi kavita on love | प्यार पर हिंदी कविता

By Ranjan Gupta

Updated on:

Follow Us:
Hindi kavita on love

Hindi kavita on love: एक सच्ची मोहब्बत की ना कोई उम्र होती है और ना ही उसकी कोई सीमा होती है। इश्क और मोहब्बत किसी भी उम्र में हो जाती है। मोहब्बत एक ऐसी चीज है जिसे बयां करने की जरूरत नहीं होती है, बल्कि ये निगाहों से खुद-ब-खुद बयां हो जाती है। ऐसे में जब किसी को प्यार होता है, तो वो अपनी शब्दों को खूबसूरत लफ्जों में लिखकर मैसेज करता है। अगर आप भी अपनी मोहब्बत का इजहार खूबसूरत अल्फाजों के माध्यम से करना चाहते हैं, तो फिर हम आपके लिए Hindi kavita on love लेकर आए हैं।

क्योंकि ये हमारे वश की नहीं | Hindi kavita on love

 

बेखबर हैं हम, न जाने इसकी अंत कहां होगी

किस मोड़ पे होगी किस जहां में होगी

पर इतना तो नासमझ हैं कि, इस पल में भी

चाहा अनचाहा मंसूबों की बरसात होगी

 

चाहत की इस आगोस में न जाने कितने लोग सफलता पाए है

कुछ ने रोया है तो कईयों ने खून बहाए है

कर ले वसूल ए जिंदगी आज तुम्हारे पास भी मौका है

वरना इससे अच्छा मौका मुझे कहा मिलता तुझे निहारने की

जिसके पास आज धोखा ही धोखा है…

 

एक समय था जब मुझे प्यार हुआ था

कह नही पाता था पर दिल बेकरार था

प्यार में कइयो को बर्बाद होते देखा और सुना था

पर फिर भी मुझे एक बार तो दिल लगाना ही था

 

लोग ईश्क के जाम में सोड़ा और बर्फ मिलाते हैं

मुझे तो खालिस ही भाएगी

सोचा नहीं था कभी इन दोस्तों की मजलिस में

मासूम सी मुस्कान इतना कहर ढाएगी

सुंदरियों के सम्मुख आना मुझे आज भी अवाक कर जायेगी

 

हास्प्रद सी लगती है ये बाते सोचकर की मै कहां हूं

किस मोड़ पे हूं, किस राह पे हूं, किस जहां में हूं

क्या वहां हूं जहां तुम नहीं चाहती

या वहां जहां हम होना नहीं चाहते

फिर भी रहते है क्योंकि ये हमारे वश की नहीं है।

 

कर लेंगे वो सारी बातें जो हमने नही की

कारण कुछ भी हो सुलझा लेंगे फिर कभी

मैंने सोचा न था इस कदर बदल जाओगे

अपनी ही प्यार को भुला जाओगे

 

~रंजन गुप्ता

 

ये भी पढ़ें : Hindi Poems on Love | Loves Poem in Hindi | प्रेम कविता

 

Ranjan Gupta

मैं इस वेबसाइट का ऑनर हूं। कविताएं मेरे शौक का एक हिस्सा है जिसे मैनें 2019 में शुरुआत की थी। अब यह उससे काफी बढ़कर है। आपका सहयोग हमें हमेशा मजबूती देता आया है। गुजारिश है कि इसे बनाए रखे।

0 thoughts on “क्योंकि ये हमारे वश की नहीं | Hindi kavita on love | प्यार पर हिंदी कविता”

Leave a Comment