जरुरी था क्या | Sad Breakup Poem in Hindi
ऐसे जाना जरुरी था क्या
अकेला कर जाना जरुरी था क्या
ये जो बनते बनते रह गया रिश्ता
इससे छोड़ कर जाना जरुरी था क्या
इन रास्तों का अलग हो जाना जरुरी था क्या
ऐसे चांद को अकेला रह जाना जरुरी था क्या
दिखती तो होगी ना कोशिश मेरी
तब भी बिछड़ जाना जरुरी था क्या
मेरी दास्तां-ए-इश्क को
ऐसे ठुकराना जरुरी था क्या
ये मेरी मोहब्बत-ए-कोशिश को
ऐसे नजरों से हटाना जरुरी था क्या
मोहब्बत थी एक शख्स से
उसका भी छोड़ कर जाना जरुरी था क्या
जो जिंदगी देखी उसके साथ
उन सपनों का टूट जाना जरुरी था क्या
इन सांसों का ऐसे रुक जाना जरुरी था क्या
ये बादलों का हर बार गरजना जरुरी रहा क्या
यूं वक्त का थम जाना जरुरी था क्या
कहो ना
उसका छोड़ कर जाना जरुरी था क्या * 2
शब्दरचना: उपकार गुप्ता
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in Hinglish
Zaroori thaa kya
Aise jana zaroori thaa kya
Akela kar jana zaroori thaa kya
Ye jo bante bante reh gya rishta
Esse chor kar jana zaroori thaa kya
Ean rasto ka alag ho jana zaroori thaa kya
Aise chand ko akela reh jana zaroori thaa kya
Dikhti to hogi na koshish meri
Tab bhi bichar jana zaroori thaa kya
Meri dasta-e-ishq ko
Aise thukrana zaroori thaa kya
Ye meri mohabbate-e-koshish ko
Aise najro se hatana zaroori thaa kya
Mohobbat thii eak saksh se
uaska bhi chor kar jana zaroori thaa kya
Jo jindgi dekhi uaske sath
Uan sapno ka tut jana zaroori thaa kya
Ean sanso ka aise ruk Jana zaroori thaa kya
Ye badlo ka har baar garjna zaroori rhaa kya
Yu waqt ka tham jana zaroori thaa kya
Kaho naa
Uaska chor kar jana zaroori thaa kya…×2
Poet: Upkar Gupta
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