WhatsApp Channel

Join Now

Telegram Channel

Join Now

आत्मखोज | नलिन कुमार ठाकुर | Self-discovery Poem in Hindi

By Ranjan Gupta

Updated on:

Follow Us:
Self-discovery Poem in Hindi

Self-discovery Poem in Hindi: आत्मखोज आपको अपने मूल्यों को पहचानने और स्पष्ट करने में मदद करती है, जो मार्गदर्शक सिद्धांत हैं जो आपके निर्णयों और कार्यों को प्रभावित करते हैं। आत्म-खोज भी व्यक्तिगत विकास में एक प्रमुख भूमिका निभाती है। पुराने पैटर्न पर सवाल उठाकर और बदलाव को अपनाकर, आप अपने लिए जगह बना रहे हैं ताकि आप अपने सबसे अच्छे संभव संस्करण में कदम रख सकें। इस विषय पर हमारे कवि नलिन कुमार ठाकुर जी ने शानदार कविता लिखा है। आइए पढ़ते हैं..

आत्मखोज | Self-discovery Poem in Hindi

चारों दिशाओं के बीच,
दिशाहीन बेवजह टकराते,
उस बेआवाज़ शोर से,
मैं परेशान हूँ।

आईने में,
अपने अक्स को देखता, निहारता सराहता,
उस बेआकार शक्ल से,
मैं अनजान हूँ।

इंसानियत के घटते,
और इंसान के बढ़ते,
पर मिटते कदमों का,
मैं निशान हूँ।

अरमानों के
चक्रवात को समेटे,
बाहर निकलने को आतुर,
एक दबा हुआ,
मैं तूफ़ान हूँ।

हर शख़्स जो,
इतिहास के पन्नों से बाहर रहा,
उन सभी नामों के बिना,
उस अतीत से,
मैं हैरान हूँ।

हर वो चीज़,
जो जमीं से ऊपर
ना ऊठ सकी,
जो दबी रही,
हर पल, उन सभी,
अरमानों का,
मैं आसमान हूँ।

अपने आप से अनजान ही सही,
मगर ख़ुद को तलाशते,
हर शख़्स की,
मैं पहचान हूँ।

नलिन कुमार ठाकुर

कुछ चीजों ने परेशान किया तो कुछ ने हैरान। सफ़र जारी है, कुछ और प्रश्न होंगे और कुछ और उत्तर भी।

उम्मीद है कि आपको ‘Self-discovery Poem in Hindi‘ पसंद आई होगी। चाहें तो आप हमें कमेंट कर फीडबैक दे सकते हैं। अगर आप भी अपनी कविता या रचना हमारी साइट पर पोस्ट कराना चाहते हैं तो आप हमसे जुड़ सकते हैं। यहां क्लिक करके लिंक पर जाकर गूगल फॉम को भरें और इंतजार करें। आप हमारी दूसरी साइट Ratingswala.com को भी विजिट कर सकते है। वहां, मूवी, टेक खबरों के साथ साथ उसकी रिविव पढ़ने को मिलेंगे।

ये भी पढ़ें: Whispers in the Frost | psychological horror poems with elements of mystery.

Ranjan Gupta

मैं इस वेबसाइट का ऑनर हूं। कविताएं मेरे शौक का एक हिस्सा है जिसे मैनें 2019 में शुरुआत की थी। अब यह उससे काफी बढ़कर है। आपका सहयोग हमें हमेशा मजबूती देता आया है। गुजारिश है कि इसे बनाए रखे।

Leave a Comment