अब वो पल याद आने लगा
कुछ पल के सरगम गाने लगा
गुजारे थे जो पल साथ हम
अब वो पल याद आने लगा
जहां बैठ लिखे हजारों प्रेम पत्र
वो कोना भीं खीझाने लगा
मन के अंदर आत्म मनोरथ का
अब वो बीता कल याद आने लगा
रात गई सुबह हो गई
ये कब से समझ आने लगा
पूछ रही वो जमीं मुझसे
अब वो तल क्यों याद आने लगा
शिरकत में डूबी आंखे
मन बेचैनी सा छाने लगा
हसीं गायब नहीं होती थीं चेहरे की
वो शुकून पल याद आने लगा
आंखे भर आने लगा
तो ये थी अब वो पल याद आने लगा | Breakup Poem in Hindi … आपको ये कविता कैसी लगी, आप हमें कमेंट मे जरुर बताएं। यहां तक पढ़नें के लिए आपका शुक्रिया… इस तरह के नए-नए पोस्ट के लिए हमारी वेबसाइट muktak.in को सब्सक्राइब कर लें।
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Thank You So Much For Reading This Poem. I’m waiting for your valuable comment
Bahut Shandar panktiyaan
Thanks