Motivational Lines for Students | Poems Wala |
ख़ुद को ख़ुद के लिए | Motivational Lines for Students
दुनिया बहोत कुछ नहीं चाहती, मगर होती तो है
बेशक कवायतें मददगार नहीं, किये जाते तो है
बेनाम सी हैसियत कहना तथा
कहकर सोचना ठीक नहीं
क्यूंकि देर से ही सही, नाम पुकारे जाते तो है।
कुछ न करने की चाहतें, एकदम से भूल तो नहीं जाते हैं
गिरफ़्त में हैं परेशानियों के, ऐसी सबब ढूंढ़ कर लाते हैं
ज़माने में खुद के लिए फुर्सत नही इसीलिए तो
अपने को कम और दूसरे को ज्यादा पहचानते हैं।
गुंजाइशे, अख्तियारों के मोहताज़ कभी थी ही नहीं
अगर होती, तो औरों के बजाय खुद को नहीं टटोलती।
बेशक आप सहायता करें, जरुरत महसूस हो
तो स्वयं को दूसरों के निचे भी रखे
बात तब गलत हो जाती है जब हम
अपने आप को भूल जाते हैं।
अपने आप को जानिए, टटोलिये बार बार,
मस्ती का आलम, दुखों का अम्बार
इन दोनों के बीच क्या हम हैं इतने लाचार
क्या करें क्या न करें, क्या सोच नहीं सकते एक बार ?
–रंजन गुप्ता
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