सोच रहा हूं…| Hindi Motivational Kavita

By Ranjan Gupta

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सोच रहा हूं...| Hindi Motivational Kavita
Hindi Motivational Kavita | Poems Wala 

सोच रहा हूं…| Hindi Motivational Kavita


सोंच रहा हूं,ये पल बदल दूं
आंखे जो भरी पड़ी हैं,
उनकी यादों से बेखबर हो लूं
ये दिन कुछ इस तरह बीत रहें
मन करता है इसको पीछे छोड़ दूं।

बीते लम्हों का असर कुछ यूं है
जुड़ना चाहता नहीं और
टूटने से खुद को रोक पाता नहीं,
क्या करूं समझ नही आ रहा
सोच रहा हूं, अपनी समझ ही बदल दूं।

क्या है न दोस्त 
हालात लफ्ज़ों में बिखरा पड़ा है
अगर समेट पाता तो बेहतर होता
मानता हूं उनके लबो पर हैं गीत मेरे
पर उनमें भी बयां नहीं हूं मै 
सोच रहा हूं, वो गीत ही बदल दूं।
                          
: रंजन गुप्ता

              ये भी पढ़ें : Kavya | काव्य का अर्थ, परिभाषा व लक्षण


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Ranjan Gupta

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